17.4.08

आज ज़माने से हार चूका हूँ मैं,
जीसे करता हूँ प्यार ना पा सका हूँ मैं,
वोह हसीना पास ही थी मेरे,
पर उससे बहुत दूर जा चूका हूँ मैं!!
अब थो ये जीदगी उसके बीन गुज़रना पड़ेगा
अकेले ही मरना पड़ेगा !!
आपने पूछा हमसे की हमे कीस चीज़ से प्यार है ...
आप या जीदगी
हमने थो जीदगी कहकर आपको कोदीये.,,
मगर आपको क्या पता था की...
आप है मेरे जीदगी ...आप है मेरे भंदगी !!